Ruturaj Gaikwad (Photo Source: X/Twitter)
1 दिसंबर को खेले गए चौथे टी-20 मुकाबले को भारत ने 20 रनों से अपने नाम किया। इस मुकाबले में भारत की ओर से सभी खिलाड़ियों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया और अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। इसी के साथ भारतीय टीम ने पांच मुकाबलों की टी-20 सीरीज में 3-1 की बढ़त बनाई हुई है और उन्होंने यह सीरीज भी अपना नाम कर ली है।
बता दें, चौथे टी-20 में दोनों ही टीमों की प्लेइंग XI में काफी बदलाव देखने को मिले थे। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 9 विकेट होकर 174 रन बनाए थे जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 154 रन ही बना पाया। भारत की ओर से इस मैच में रिंकू सिंह ने काफी अच्छी बल्लेबाजी की और 29 गेंदों में चार चौके और दो छक्कों की मदद से 46 रनों की बहुमूल्य पारी खेली। यही नहीं ऋतुराज गायकवाड़ ने भी 28 गेंदों में तीन चौके और एक छक्के की मदद से 32 रनों का योगदान दिया।
ऋतुराज गायकवाड़ ने इन दोनों ही टीमों के बीच खेले गए तीसरे टी-20 मैच में भी काफी अच्छी बल्लेबाजी की थी और अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण शतक जड़ा था। ऋतुराज ने तीसरे टी-20 मैच में 57 गेंदों में 13 चौके और 7 छक्कों की मदद से 123 रनों की नाबाद पारी खेली थी। हाल ही में उन्होंने टी-20 में अपनी बल्लेबाजी को लेकर बड़ा खुलासा किया।
पहले मैच में जब यशस्वी जायसवाल की बड़ी गलती की वजह से ऋतुराज को अपना विकेट गंवाना पड़ा
जैसे ही यशस्वी आउट हुए और ड्रेसिंग रूम में आए उन्होंने तुरंत मुझे सॉरी कहा।मैंने भी कहा ठीक है यह होता रहता है। यह गलती से हुआ है और मुझे इससे कोई भी परेशानी नहीं है।
पावरप्ले में जब यशस्वी के साथ बल्लेबाजी के दौरान ऋतुराज को कम गेंदे खेलने को मिली
मुझे नहीं लगता है कि इससे मुझे कोई परेशानी हुई होगी क्योंकि एक खिलाड़ी के रूप में मुझे यह देखना जरूरी है की टीम का स्कोर क्या है? अगर उन्होंने तीन ओवर खेले हैं और 25 रन बनाए हैं तो मैं इसे पूरी तरह से खुश हूं। हां अगर टीम के स्कोर में कोई परेशानी होगी तो मैं उसे खुश नहीं रहूंगा।
टी-20 में ऋतुराज के खेलने का तरीका
सीएसके की ओर से खेलते हुए मुझे इस प्रारूप के बारे में काफी चीजों का पता चला। माही भाई हमेशा स्थिति को पढ़ते हैं और खेल को काफी अच्छी तरह से समझते हैं। वो हमेशा मैसेज भेजते हैं और कहते हैं की टीम के स्कोर को देखें और मुकाबले के हाल को देखते हुए अच्छा प्रदर्शन करें।
सीरीज से पहले आपकी तैयारी कैसी थी?
टी-20 में आपको हमेशा ही मानसिक रूप से काफी आगे होना चाहिए और यह बहुत ही जरूरी है। एक रात पहले मैं मुकाबले के लिए काफी कुछ सोच रहा था। यह भी कि पिच कैसी होगी। माही भाई ने हमेशा यह बोला है की सोच को लेकर जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए और टी-20 मैच में ओपनर के पास काफी समय होता है।