Jay Shah and Ranil Wickremesinghe (Pic Source-Twitter)
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा के भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह के बयान को लेकर अपना पक्ष रखा है। बता दें, हाल ही में श्रीलंका के पूर्व कप्तान ने यह बयान दिया था कि जय शाह श्रीलंका क्रिकेट (SLC) को चला रहे हैं जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने बोर्ड को स्थगित कर दिया था।
यह बात श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे को बिल्कुल भी नहीं अच्छी लगी और उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है और जय शाह बिल्कुल भी श्रीलंका क्रिकेट को नहीं चला रहे हैं। यही नहीं रानिल विक्रमसिंघे ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव जय शाह से माफी भी मांगी है।
Firstpost के साथ अपने एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि, ‘नहीं जय शाह श्रीलंका क्रिकेट को नहीं चला रहे हैं। उन्हें लगता है की जय शाह क्रिकेट बोर्ड को सपोर्ट कर रहे हैं। लेकिन मैंने बीसीसीआई के सचिव से बात की और उनसे माफी भी मांगी क्योंकि उनका नाम बिना किसी बात के इस मामले में घसीटा गया है। उन्होंने कहा, ‘ मेरी पोजीशन यही है कि जो भी सही है मैं उसका साथ दूंगा। यह फैसला मेरा नहीं है और सभी फैसले आईसीसी ले रहा है।’
अर्जुन रणतुंगा ने इससे पहले कहा था कि, ‘श्रीलंका क्रिकेट के अधिकारी और जय शाह के बीच कनेक्शन की वजह से ऐसा कहा जा सकता है कि वो ही श्रीलंका क्रिकेट को कंट्रोल किए हुए हैं। जय शाह श्रीलंका क्रिकेट को चला रहे हैं। उन्हीं की वजह से SLC के ऊपर दबाव है। भारत के एक इंसान की वजह से श्रीलंका क्रिकेट बर्बाद हो रहा है। जय शाह इसीलिए ताकतवर है क्योंकि उनके पिता भारत के होम मिनिस्टर हैं।’
मैं कोर्ट के फैसले के आने का इंतजार कर रहा हूं: रानिल विक्रमसिंघे
आईसीसी द्वारा एसएलसी के निलंबन की शर्तों की घोषणा 21 नवंबर को एक उच्च स्तरीय बैठक में की गई थी। नतीजतन, 2024 अंडर 19 विश्व कप को भी श्रीलंका से दक्षिण अफ्रीका में स्थानांतरित कर दिया गया है। आईसीसी के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए विक्रमसिंघे ने उल्लेख किया कि वह आईसीसी से बात करने के लिए अंतरिम समिति के संबंध में अदालत के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
श्रीलंका के राष्ट्रपति ने आगे कहा कि, ‘ विरोधी लोगों का कहना है कि जय शाह ने आईसीसी को लिखो और इसी वजह से श्रीलंका क्रिकेट सस्पेंड हो गया है। विरोधी लीडर ने मुझे कुछ लेटर दिए हैं लेकिन मैंने उन्हें अभी तक देखा नहीं है। आईसीसी वैसे भी श्रीलंका को सस्पेंड करने वाला था और यह बात मुझे पता है। मैं बस अंदर-19 के मैच को बचाना चाह रहा था क्योंकि हम उसका दौरा करने वाले थे लेकिन अब हमारे पास कुछ नहीं है। फिलहाल में कोर्ट के फैसले के आने का इंतजार कर रहा हूं और यही दुआ करता हूं कि हम लोगों के लिए चीजें एक बार फिर से अच्छी हो जाए।’