Virat Kohli (Photo Source: Getty Images)क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में विराट कोहली की खराब फॉर्म का सिलसिला बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी जारी है। चेन्नई में खेले जा रहे पहले टेस्ट की दोनों पारियों में कोहली कुछ कमाल नहीं दिखा पाए, पहले पारी में वह 6 के निजी स्कोर पर हसन महमूद के हाथों आउट हुए। वहीं दूसरी पारी में 17 के निजी स्कोर पर वह अंपायर के गलत फैसले का शिकार बने।
हालांकि दूसरी पारी में कोहली ने अंपायर के फैसले को चैलेंज करने के लिए DRS का इस्तेमाल नहीं किया और वह LBW आउट हुए, बाद में रिप्ले में पाया गया कि गेंद उनके बैट पर पहले लगी थी। ऐसे में अगर वो वहां रिव्यू लेते तो वह अपनी विकेट को बचा सकते थे। चेन्नई टेस्ट की दोनों पारियों में फेल होने के बाद विराट कोहली को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है।
चेन्नई टेस्ट के बाद विराट कोहली के औसत में आई गिरावट
बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट के बाद विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट में औसत 48.74 का हो गया है, जो पिछले 8 सालों में सबसे कम है। आखिरी बार 2016 में विराट का औसत 48.28 का था। 2020 से ही विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट के प्रदर्शन में गिरावट आई है। पिछले 30 मैचों में विराट ने 32.72 की औसत के साथ 1669 ही रन बनाए हैं। इस दौरान 52 पारियों में उनके बल्ले से 2 शतक और 8 अर्धशतक ही आए हैं।
भारत को लगातार तीसरी बार WTC फाइनल के लिए क्वालीफाई करने की कोशिश में लगा हुआ है। टीम इंडिया को अभी बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ घर पर और इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 मैच की टेस्ट सीरीज खेलनी है। ऐसे में विराट कोहली का फॉर्म में लौटना भारत के लिए बेहद जरूरी है। भारत और बांग्लादेश के बीच दूसरा टेस्ट कानपुर में खेला जाना है, ऐसे में फैंस वहां विराट से एक बड़ी पारी की उम्मीद लगाए हुए बैठे हुए हैं।
वहीं अगर इस मैच की बात करें तो, दूसरे दिन का खेल खत्म होते-तक भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ 309 रनों की बढ़त बना ली है। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने दूसरी पारी में 81 रन पर 3 विकेट खो दिए हैं, क्रीज पर शुभमन गिल के साथ ऋषभ पंत मौजूद हैं। तीसरे दिन भारत की नजरें मेहमानों को 500 के पार का टारगेट देने पर होगी। फिलहाल तो इस मैच में भारत का पलड़ा काफी भारी नजर आ रहा है।