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गंभीर को सारा क्रेडिट मिल रहा था, इस वजह से रोहित ने बीच मैच में दिया इंटरव्यू- पूर्व क्रिकेटर का सनसनीखेज बयान

गंभीर को सारा क्रेडिट मिल रहा था, इस वजह से रोहित ने बीच मैच में दिया इंटरव्यू- पूर्व क्रिकेटर का सनसनीखेज बयान

गंभीर को सारा क्रेडिट मिल रहा था, इस वजह से रोहित ने बीच मैच में दिया इंटरव्यू- पूर्व क्रिकेटर का सनसनीखेज बयान

Rohit Sharma Interview (Photo Source: X)

पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने रविवार को एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि, सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें टेस्ट के दूसरे दिन भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने इंटरव्यू इसलिए दिया क्योंकि उससे पहले रोहित को टीम से बाहर करने का सारा क्रेडिट गौतम गंभीर को मिल रहा था।

रोहित ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में पांचवें और अंतिम टेस्ट से बाहर होने का फैसला किया, उनकी अनुपस्थिति में जसप्रीत बुमराह ने टीम की अगुवाई की थी। एससीजी टेस्ट में भारत को छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा और टीम सीरीज 1-3 से हार गई।

सिडनी टेस्ट से रोहित शर्मा को बाहर करने के फैसले को लेकर क्रिकेट जगत में काफी बातें चल रही थी। लेकिन रोहित शर्मा ने मैच के दूसरे दिन लंच ब्रेक में इंटरव्यू देकर इन सभी अटकलों पर पूर्ण विराम लगा दिया। हालांकि, मांजरेकर का मानना ​​है कि रोहित ने अपना रुख स्पष्ट करने की कोशिश की क्योंकि गंभीर को उन्हें लाइनअप से बाहर करने के फैसले का श्रेय दिया जा रहा था।

संजय मांजरेकर ने रोहित शर्मा के इंटरव्यू को लेकर रखी अपनी राय

स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत के दौरान संजय मांजरेकर ने कहा कि, “लेकिन उनके उस इंटरव्यू के पीछे एक और कारण भी था। अपनी बात को स्पष्ट करने के लिए। मुझे लगता है कि रोहित शर्मा को बाहर बैठानो को लेकर किए गए साहसिक फैसले का सारा श्रेय गंभीर को ही मिल रहा था। वह रिकॉर्ड को सही करना चाहते थे। ईमानदारी से कहूं तो मुझे वह इंटरव्यू बहुत पसंद आया। वह पहला हिस्सा जिसमें उन्होंने कहा, मैं एक और आउट-ऑफ-फॉर्म बल्लेबाज को प्लेइंग इलेवन में नहीं रख सकता था, और इसलिए उन्होंने बाहर होने का फैसला किया। लेकिन कुछ अन्य भावनाएं भी थीं।”

पूर्व क्रिकेटर ने आगे कहा, “एक बात जो बहुत से खिलाड़ी कहते हैं, वह यह है कि ‘मैं अपना भविष्य खुद तय करूंगा’। मुझे इससे दिक्कत है। आप रिटायरमेंट के बारे में अपना भविष्य तय कर सकते हैं, लेकिन खिलाड़ी और कप्तान के रूप में आपका भविष्य तय करने का काम किसी और को मिला है। वह चीफ सेलेक्टर है।

आपको हायरार्की का सम्मान करना होगा, चाहे आप कितने भी बड़े क्यों न हों। यदि चीफ सेलेक्टर्स मजबूत है और उसे भारतीय क्रिकेट के लंबे समय तक ठीक रखने का विश्वास है, तो उसके पास यह तय करने का अधिकार है कि आपका करियर अभी खत्म हो जाना चाहिए, या आपको कुछ और मैच खेलने चाहिए, या एक और सीरीज खेलनी चाहिए। रिटायरमेंट आपके हाथ में है, लेकिन भारत के लिए खेलना नहीं है।”

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