Chris Jordan (Photo Source X)
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज क्रिस जॉर्डन ने टी-20 वर्ल्ड कप में अपनी पहली हैट्रिक ली। जॉर्डन की यह उपलब्धि कई मायनों में खास रही। यूएसए के खिलाफ मैच में हैट्रिक लेने के साथ वह ऐसा करने वाले पहले अंग्रेज गेंदबाज बन गए। इसके अलावा जॉर्डन ने अपने जन्मस्थान बारबाडोस में यह हैट्रिक ली, जिस वजह से यह हैट्रिक उनके लिए और यादगार बन गया।
जॉर्डन के इस प्रदर्शन की बदौलत इंग्लैंड ने सुपर-8 के मैच में अमेरिका को 115 रन पर ऑलआउट कर दिया। बारबाडोस में जन्मे जॉर्डन ने कहा कि हैट्रिक लेने के एहसास को वो शब्दों में बयां नहीं कर सकते हैं। उन्हें कम स्कोर पर रोकना अच्छा था। किसी खास जगह पर खास उपलब्धि हासिल करना हमेशा अच्छा होता है। मुझे खुशी है कि मैं यह कर सका। पारी के अंत में यह हैट्रिक पूरी की।
हैट्रिक लेने के बाद क्रिस जॉर्डन ने दिया बड़ा बयान
जॉर्डन ने कहा कि हमने परिस्थितियों को अच्छी तरह समझा। हम जानते थे कि वे पावरप्ले में कड़ी टक्कर देंगे। अमेरिका टूर्नामेंट में अच्छा खेल रहा था। (आदिल) रशीद ने हमारे लिए खेल की शुरुआत की। इंग्लैंड के कप्तान ने वापसी करने वाले जॉर्डन की गेंदबाजी की भी सराहना की।
जॉर्डन की शानदार गेंदबाजी की बदौलत यूएसए टीम 18.5 ओवर में 115 रन पर ढेर हो गई। बटलर ने जॉर्डन को लेकर कहा कि, हमारे पास बेहतरीन विकल्प थे। हमने अपनी बल्लेबाजी में गहराई लाने के लिए जॉर्डन को शामिल किया और उनका वर्ल्ड कप में हैट्रिक लेना एक बेहतरीन प्रयास है।
मुकाबले की बात करें तो बटलर की 38 गेंद में 83* रनों की आतिशी पारी के बदौलत इंग्लैंड 9.4 ओवर में 117 रन बनाकर टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की। लक्ष्य का पीछा करने उतरे सॉल्ट और बटलर ने पहले दो ओवर संभलकर खेलने के बाद हाथ खोले। सलामी बल्लेबाज फिल सॉल्ट ने नाबाद 25 रन बनाए।
मार्क वुड की जगह अंतिम प्लेइंग XI में खेल रहे जॉर्डन ने 2.5 ओवर में 10 रन देकर चार विकेट झटके। बारबाडोस के क्राइस्टचर्च में जन्में 36 वर्षीय जोर्डन ने 19वें ओवर में हैट्रिक सहित सभी चारों विकेट झटककर दिन अपने लिये यादगार बना दिया।