Andy Flower (Photo by Nathan Stirk/Getty Images)
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के मुख्य कोच एंडी फ्लावर का मानना है कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) हर दो साल में टी20 विश्व कप की मेजबानी करके खतरे की ओर कदम बढ़ा रही है। उनका मानना है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो टी20 वर्ल्ड कप एक सामान्य टूर्नामेंट हो जाएगा। इसके साथ ही इस मेगा टूर्नामेंट को चार साल में एक बार होने वाले वनडे वर्ल्ड कप जैसा महत्व और सम्मान नहीं मिल पाएगा।
वर्ल्ड क्रिकेटर्स एसोसिएशन (डब्ल्यूसीए) द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, टी20 विश्व कप को “सबसे महत्वपूर्ण” आईसीसी आयोजन मानने वाले क्रिकेटरों की संख्या 2019 में 15 प्रतिशत से बढ़कर 2024 में 35 प्रतिशत हो गई है। सर्वेक्षण में, 30 प्रतिशत क्रिकेटर, जो ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश और वेस्टइंडीज से थे, उन्होंने भी टी20 को सबसे महत्वपूर्ण प्रारूप के रूप में चुना।
जब फ्लॉवर को इस सर्वे के बारे में बताया गया तो उन्होंने कहा कि वह “आश्चर्यचकित” थे-
उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, “मैं हैरान हूं। मुझे लगता है कि 50 ओवर का विश्व कप महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हर चार साल में खेला जाता है। मुझे लगता है कि हर दो साल में टी20 विश्व कप खेलने से क्रिकेट को खतरा है… यह आम बात हो जाएगी। मैं नहीं चाहता कि ‘विश्व कप’ नाम की कोई चीज़ आम बात हो जाए। मुझे विश्व कप की दुर्लभता पसंद है।”
हालांकि, एंडी फ्लावर ने ये जरूर माना के पूरे विश्व में क्रिकेट को फेमस करने के पीछे टी20 क्रिकेट का हाथ ज्यादा है। अफगानिस्तान, और यूएसए जैसी टीम का सेमीफाइनल और सुपर 8 में पहुंचना इस बात का प्रतीक है। इसके साथ ही देशभर में शुरू हुई फ्रेंचाइजी लीग टूर्नामेंट से काफी खिलाड़ी उभरकर सामने सामने आ रहे हैं। इसके साथ ही क्रिकेट का यह मुकाबला बेहद ही रोमांचक और कठिन होते जा रहा है। यूं कहें कि Competition का स्तर काफी बढ़ चुका है।