Virat Kohli and Tim Paine. (Photo Source: Getty Images)
2014 में जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया, तो उस वक्त विराट कोहली (Virat Kohli) काफी चर्चा में थे। चार मैचों की सीरीज से पहले मीडिया उनकी हर हरकत पर नजर रख रही थी। उनकी आलोचना हुई और साथ ही ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने स्लेजिंग करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। हालांकि, उस वक्त कोहली को इन सब चीजों से कोई फर्क नहीं पड़ा था।
उस समय 25 साल के कोहली ने अपनी काबिलियत दिखाई थी और 692 रन बनाए थे, जबकि टीम इंडिया संघर्ष कर रही थी। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की ओर से हो रही स्लेजिंग ने उन्हें और मजबूत बना दिया, जिसका परिणाम रहा कि वह सीरीज के दूसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहें।
उस सीरीज के बाद से कोहली या भारतीय क्रिकेटरों के प्रति ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की ओर से स्लेजिंग में कमी आई। अब एक बार फिर नवंबर, 2024 में भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के लिए तैयार हैं। इस हाई प्रोफाइल सीरीज से पहले टिम पेन ने कहा है कि कोहली के लिए स्लेजिंग कोई मायने नहीं रखती है।
उन्होंने इस बात का भी खुलासा किया कि, जब वह कीपर थे उन्होंने क्रिकेटरों का ध्यान भटकाने की कोशिश की थी। इसके अलावा जब पूर्व क्रिकेटर्स ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को कोहली को स्लेज न करने की सलाह देते, तो इससे उन्हें गुस्सा आता था।
क्रिकट्रैकर के साथ टिम पेन का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू
पेन ने क्रिकट्रैकर के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में बताया, लोग कहते थे, विराट को स्लेज मत करो। अगर आप विराट को स्लेज नहीं करते हैं, तो भी अधिकांश समय वे रन बनाते रहते हैं। इसलिए यह मायने नहीं रखता कि आप उन्हें कुछ कह रहे या नहीं। मैं विराट को उत्तेजित करने की कोशिश नहीं करूंगा, लेकिन अगर संभव हो तो मैं उनका ध्यान भटकाने का प्रयास करूंगा। अगर आप थोड़ा सा भी ध्यान भटका सकते हैं तो वह खराब शॉट खेल सकते हैं या अपनी एकाग्रता खो सकते हैं। लेकिन जब लोग कहते थे, उन्हें स्लेज मत करो, तो मुझे बहुत गुस्सा आता था।
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बता दें कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के 2018 से पहले माइकल क्लार्क ने ऑस्ट्रेलिया को सलाह दी थी कोहलो को स्लेज न करें और उस समय भी टिम पेन ने कहा था कि उनकी टीम भारतीय कप्तान को उकसाना नहीं चाहती थी। हालांकि, सीरीज के बाद पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने कहा था कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भारत के प्रति नरम थे। उन्होंने बताया कि कुछ खिलाड़ियों के आईपीएल अनुबंधों को देखते हुए मेजबान टीम मेहमान के प्रति सॉफ्ट थे।