Amay Khurasiya (Pic Source-X)
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षा को भारत के सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इसे पास करना बहुत ही मुश्किल है। बता दें, ऐसे कई उम्मीदवार है जो IAS अधिकारी बनने की उम्मीद में हर साल UPSC की परीक्षा को अच्छे अंकों के साथ पास करने के लिए जमकर मेहनत करते हैं। इनमें से कुछ लोग सफल भी हो जाते हैं और कई ऐसे भी हैं जो फेल हो जाते हैं।
आज हम आपको एक ऐसे पूर्व भारतीय खिलाड़ी के बारे में बताते हैं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने से पहले UPSC की परीक्षा पास की थी। इस शानदार उपलब्धि को हासिल करने वाले एकमात्र अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं Amay Khurasiya। Amay Khurasiya का जन्म 1972 में हुआ था और उन्होंने सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग और अजय जडेजा के साथ भारतीय टीम की ओर से कुछ महत्वपूर्ण मुकाबलों में भाग लिया है।
Amay Khurasiya ने अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू 17 साल की उम्र में किया था। उन्होंने भारत की ओर से 1999 में पेप्सी कप में श्रीलंका के खिलाफ अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था। Amay Khurasiya 1999 वर्ल्ड कप की भारतीय टीम का भी भाग से लेकिन उन्होंने इस टूर्नामेंट में एक भी मैच में भाग नहीं लिया था। बता दें, Amay Khurasiya ने भारत की ओर से सिर्फ 12 वनडे मैच में भाग लिया था जिसमें उन्होंने 149 रन बनाए थे।
इस बेहतरीन खिलाड़ी ने अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मुकाबला 2001 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में Amay Khurasiya ने अपनी छाप छोड़ी है और उन्होंने 199 मुकाबलों में 7000 से ज्यादा रन बनाए हैं। Amay को क्रिकेट में काफी दिलचस्पी थी लेकिन उन्होंने अपनी पढ़ाई को लेकर बिल्कुल भी ध्यान केंद्रित नहीं किया। उन्होंने भारत की ओर से डेब्यू करने से पहले UPSC का एग्जाम पास किया।
इंडियन प्रीमियर लीग के युवा खिलाड़ियों को जमकर ट्रेन करते हैं Amay Khurasiya
फिलहाल Amay Khurasiya भारतीय सीमा शुल्क और केंद्रीय उत्पाद शुल्क विभाग में एक निरीक्षित के रूप में काम कर रहे हैं। वह इंडियन प्रीमियर लीग के लिए युवा प्रतिभाओं को भी ट्रेन करते हैं। उन्होंने रजत पाटीदार और शानदार तेज गेंदबाज आवेश खान जैसे खिलाड़ियों के मेंटर और कोच होने की भूमिका निभाई है।
Amay Khurasiya ने अपने अंतरराष्ट्रीय डेब्यू मैच में श्रीलंका के खिलाफ 45 गेंदों में 57 रनों की बहुमूल्य पारी खेली थी। भारत ने इस मैच को 51 रनों से अपने नाम किया था।