Gautam Gambhir Rahul Dravid (Photo Source: X/Twitter)
पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने भारतीय क्रिकेट की बेहतरी के लिए विदेशी कोच रखने के विचार को पूरी तरह खारिज कर दिया। उनका मानना है कि हमारे देश में कई ऐसे कई लोग हैं जो जानते हैं कि कड़ी मेहनत कैसे करनी है। आपको बता दें कि, वनडे वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से भारत की हार के बाद, कोचिंग स्टाफ को बदलने की चर्चा हुई थी, लेकिन बीसीसीआई ने अंततः राष्ट्रीय टीम के साथ बने रहने के लिए राहुल द्रविड़ और अन्य सहयोगी स्टाफ पर विश्वास दिखाया।
हालांकि, पाकिस्तान ने पिछले कुछ समय में अपने कोचिंग स्टाफ में काफी बदलाव किए हैं। मिकी आर्थर और मोर्ने मोर्कल को वनडे वर्ल्ड कप के लिए नियुक्त किया गया था, लेकिन इस बात पर संदेह था कि इन दोनों को जका अशरफ की राज में मौका मिलेगा या नहीं।
हालांकि, तत्कालीन चयन समिति के अध्यक्ष इंजमाम-उल-हक ने बाबर आजम से परामर्श के बाद उन पर विश्वास दिखाया लेकिन टीम भारत में मार्की टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी। जिसके बाद इन सभी को बर्खास्त कर दिया गया और मोहम्मद हफीज को टीम का नया मुख्य कोच बनाया गया।
हेड कोच राहुल द्रविड़ को लेकर बोले गौतम गंभीर
NDTV के हवाले से गौतम गंभीर ने कहा कि, “हमने देखा कि भारत ने वर्ल्ड कप में कितना अच्छा खेला और इससे पता चलता है कि हमें किसी बाहरी खिलाड़ी की जरूरत नहीं है। इससे पता चलता है कि हमारे कोच किसी भी विदेशी कोच से पीछे नहीं हैं।’ हमारी समस्या यह है कि हम शायद उस तरह से प्रेजेंटेशन देने, लैपटॉप का उपयोग करने या उतनी अच्छी अंग्रेजी बोलने में सक्षम नहीं हैं। हम उस कॉर्पोरेट संस्कृति से नहीं आते हैं, लेकिन हम जानते हैं कि मैदान पर कड़ी मेहनत कैसे करनी है और जमीनी स्तर पर काम कैसे करना है।
उन्होंने आगे कहा कि, ”हम ऐसे देश नहीं हैं जिन्होंने 10 साल पहले क्रिकेट खेलना शुरू किया था। हमारे पास ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने वर्ल्ड कप जीता है। एक भारतीय को भारतीय टीम का कोच होना चाहिए, एक पाकिस्तानी को पाकिस्तान टीम का कोच होना चाहिए।”