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कैसे रिवर्स स्विंग के खिलाफ अपनी बल्लेबाजी तकनीक को सचिन तेंदुलकर ने किया बेहतर? जाने खुद गॉड ऑफ़ क्रिकेट से

कैसे रिवर्स स्विंग के खिलाफ अपनी बल्लेबाजी तकनीक को सचिन तेंदुलकर ने किया बेहतर? जाने खुद गॉड ऑफ़ क्रिकेट से

कैसे रिवर्स स्विंग के खिलाफ अपनी बल्लेबाजी तकनीक को सचिन तेंदुलकर ने किया बेहतर? जाने खुद गॉड ऑफ़ क्रिकेट से

Sachin Tendulkar. (Photo by Popperfoto via Getty Images/Getty Images)

भारतीय टीम के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने हाल ही में रिवर्स स्विंग के खिलाफ अपनी बल्लेबाजी तकनीक को बेहतर करने को लेकर बड़ा खुलासा किया है। बता दें, सचिन तेंदुलकर को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में गिना जाता है। यही नहीं उन्हें ‘गॉड ऑफ क्रिकेट’ के नाम से भी जाना जाता है।

सचिन तेंदुलकर ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के शुरुआती दिनों में वसीम अकरम और वकार युनुस जैसे गेंदबाजों का सामना किया है। यही नहीं उन्होंने बाद में डेल स्टेन, ब्रेट ली और जेम्स एंडरसन जैसे घातक गेंदबाजों के खिलाफ भी काफी अच्छी बल्लेबाजी की जो रिवर्स स्विंग काफी अच्छी तरह से कर सकते हैं। इन गेंदबाजों के खिलाफ कैसे अच्छी बल्लेबाजी की जाए इसको लेकर सचिन तेंदुलकर ने बड़ा खुलासा किया।

सचिन तेंदुलकर ने बताया कि वो टेनिस गेंद पर टेप लगाकर अभ्यास करते थे। उन्होंने यह भी कहा कि वो काफी बारीकी से इस चीज को देखते थे की गेंद किस साइड ज्यादा चमक रही है और उसके बाद ही वो शॉट्स खेलते थे।

द टाइम्स ऑफ़ इंडिया के मुताबिक सचिन तेंदुलकर ने कहा कि, ‘मेरे खेल के दिनों में मैं गेंद के एक तरफ टेप लगा देता था। सीजन में लेदर की गेंद के चमकदार साइड को देखना बेहद जरूरी था और टेनिस गेंद पर मैं एक तरफ टेप लगा देता था। इससे मुझे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में रिवर्स स्विंग गेंद का सामना करने का अभ्यास हो गया था।’

इंडियन स्ट्रीट प्रीमियर लीग को लेकर गॉड ऑफ़ क्रिकेट ने दिया बड़ा बयान

इंडियन स्ट्रीट प्रीमियर लीग की शुरुआत 26 जनवरी से हो रही है। इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट के ट्रायल की शुरुआत अक्टूबर से होगी और सचिन तेंदुलकर के मुताबिक रिवर्स स्विंग गेंद का इसमें काफी महत्व होगा।

गॉड ऑफ़ क्रिकेट ने आगे कहा कि, ‘इस प्रारूप में बल्लेबाजों की तकनीक भी टेस्ट होगी। अगर हम बल्लेबाजों को कुछ Advantage दे रहे हैं तो गेंदबाजों को भी देना बेहद जरूरी है। ISPL टूर्नामेंट में सभी खिलाड़ियों को अपना टैलेंट दिखाने का मौका मिलेगा।

यही नहीं इस टूर्नामेंट के जरिए दुनियाभर के युवा खिलाड़ियों के लिए भी दरवाजे खुल जाएंगे। मेरी यही उम्मीद है कि भारत के युवा खिलाड़ी आगामी टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करें और अपने सपनों को पूरा करें।’

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