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कुछ ही दिनों में अपने बयान से पलटे हेड कोच गंभीर, वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर दिया हुआ बयान हुआ अब वायरल

कुछ ही दिनों में अपने बयान से पलटे हेड कोच गंभीर, वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर दिया हुआ बयान हुआ अब वायरल

कुछ ही दिनों में अपने बयान से पलटे हेड कोच गंभीर, वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर दिया हुआ बयान हुआ अब वायरल

Jasprit Bumrah & Gautam Gambhir (Photo Source: X)

BCCI (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) ने हाल ही में भारत के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर को भारत का हेड कोच नियुक्त किया है। इस भूमिका में राहुल द्रविड़ के बाद, गंभीर टीम इंडिया को आगे लाए जाएंगे। पूर्व बल्लेबाज का पहला कार्यभार भारत का आगामी श्रीलंका दौरा होगा, जहां दोनों टीमों के बीच वनडे और टी-20 सीरीज खेली जाएगी।

सीरीज की शुरुआत से पहले गौतम गंभीर ने अजीत अगरकर के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया। 42 वर्षीय खिलाड़ी से वर्कलोड मैनेजमेंट के महत्व के बारे में पूछा गया, उन्होंने विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह का उदाहरण दिया। आपको बता दें कि ये सभी खिलाड़ी वर्कलोड को मैनेज करने के लिए कई मैच को मिस कर देते हैं।

जसप्रीत बुमराह के वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर गौतम गंभीर ने दिया बड़ा बयान

गंभीर ने कहा कि, “मैंने पहले भी कहा है, जसप्रीत (बुमराह) जैसे किसी के लिए वर्कलोड मैनेजमेंट महत्वपूर्ण है। वह एक दुर्लभ गेंदबाज है, जिसे कोई भी चाहेगा। आप चाहते हैं कि वह महत्वपूर्ण मैच खेले। यही कारण है कि न केवल उसके लिए बल्कि तेज गेंदबाज के लिए भी वर्कलोड मैनेजमेंट है क्योंकि वो महत्वपूर्ण गेंदबाज हैं।”

हेड कोच ने आगे कहा कि, “यदि आप एक बल्लेबाज हैं, जो अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं, तो आप सभी प्रारूप खेल सकते हैं। रोहित और विराट ने अब T2oI से संन्यास ले लिया है, इसलिए वे अब से दो प्रारूप खेलेंगे। उम्मीद है, वे अधिकांश मैचों के लिए उपलब्ध होंगे।” दूसरी ओर रवींद्र जडेजा को भी इस दौरे पर आराम दिया गया है। इसका मतलब ये है कि उनका वर्कलोड मैनेजमेंट किया जा रहा है। दरअसल, टीम इंडिया को आने वाले समय में 10 टेस्ट मैच खेलने हैं। ऐसे में गंभीर का मानना है कि उन 10 टेस्ट मैचों के लिए जडेजा अहम हैं।

हाल ही में वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर कुछ और बोले थे गौतम गंभीर

हाल ही में गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा था कि मेरा विश्वास इंजरी मैनेजमेंट पर नहीं रहा है, अगर आप इंजर्ड होते हैं, तो जाइए और रिकवर होकर आइए, यह एकदम सिंपल सी बात है। जब आप इंटरनेशनल क्रिकेट खेलते हैं, आप जितना कर सकते हैं आपको करना चाहिए. इंजरी किसी भी खिलाड़ी के करियर का हिस्सा होती है, अगर आप तीनों फॉर्मेट खेलते हैं और इंजर्ड होते हैं, तो आप वापस जा सकते हैं और रिकवर होकर टीम में आ सकते हैं।

मुझे इस पर ज्यादा विश्वास नहीं है कि आप कुछ खिलाड़ियों को सिर्फ टेस्ट के लिए रखें, कि हम इसकी इंजरी मैनेज करेंगे, हम इसका वर्कलोड मैनेज करेंगे. अगर आप बहुत अच्छी फॉर्म में हैं, तो तीनों फॉर्मेट खेलिए।

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