Sachin Tendulkar and PR Sreejesh (Pic Source-X)
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। इस पूरे इवेंट में भारतीय हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने अपना काम काफी अच्छी तरह से निभाया और तमाम फैंस का दिल जीत लिया। यही नहीं स्पेन के खिलाफ खेले गए ब्रॉन्ज मेडल मैच के बाद पीआर श्रीजेश ने हॉकी से संन्यास ले लिया है।
हाल ही में उन्होंने यह कहा कि पीआर श्रीजेश कल तक था और आने वाले समय में उनकी जगह कोई और लेगा और खेल में यह सब होता रहता है। बता दें, पीआर श्रीजेश की फैन फॉलोइंग पूरी दुनिया में काफी ज्यादा है और ऐसे कई खिलाड़ी है जो उन्हें अपना आदर्श मानते हैं।
PTI के मुताबिक पीआर श्रीजेश ने कहा कि, ‘सचिन तेंदुलकर वहां थे और अब उनकी जगह विराट कोहली है। इसके बाद कोई उनकी जगह भी कल जरूर लेगा। ऐसे ही कल तक यहां पीआर श्रीजेश थे और कल उनकी जगह कोई और हॉकी टीम की गोलकीपिंग करता हुआ नजर आएगा।’
PR SREEJESH said “Sachin Tendulkar was there & now there is Virat Kohli and someone will take his place tomorrow – so, Sreejesh was there yesterday but someone else will come & take his place tomorrow – all the sports are like that”. [PTI] pic.twitter.com/O2hWcHU7Me
— Johns. (@CricCrazyJohns) August 11, 2024
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया
भारतीय टीम ने ब्रॉन्ज मेडल के मैच में स्पेन के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए मैच को 2-1 से अपने नाम किया था। इस मैच के अगले ही दिन पीआर श्रीजेश को जूनियर पुरुष टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया। हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की और महासचिव भोला नाथ सिंह ने कहा कि श्रीजेश जूनियर इंडिया टीम के कोच बनने के लिए तैयार हैं। श्रीजेश ने कहा, मुझे अभी प्रस्ताव मिला है। मैंने भोला सर से बात की है। अब बस घर वापस जाने, अपने परिवार से बात करने और कोई फैसला लेने का समय आ गया है।
श्रीजेश को इस नई भूमिका में देखने के लिए तमाम लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। जूनियर हॉकी टीम भी इस बात से काफी खुश होगी कि अब उन्हें श्रीजेश से काफी कुछ सीखने को मिलेगा। दिग्गज गोलकीपर भी मुख्य कोच की भूमिका को काफी अच्छी तरह से निभाना चाहेंगे। पेरिस ओलंपिक 2024 के खत्म होने के बाद श्रीजेश ने यह भी कहा था कि ओलंपिक में खेलना बहुत ही मुश्किल होता है और सभी खिलाड़ियों के ऊपर काफी दबाव होता है। हमें आने वाले खिलाड़ियों को इसके लिए तैयार करना बेहद जरूरी है ताकि उनके लिए काम और भी आसान हो जाए।