Ravi Shastri. (Photo by Adam Davy/PA Images via Getty Images
पूर्व क्रिकेटर रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने चार वर्षों तक भारत के मुख्य कोच के रूप में कार्य किया और उनके कार्यकाल में, टीम इंडिया ने कुछ यागदार पल दर्ज किए। ऐसी ही एक जीत साल 2020-21 के दौरान हुई थी, जब भारत की अनुभवहीन टीम ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीत के करीब पहुंची थी।
भारत को एडिलेड में पहले टेस्ट में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था, उस मैच की दूसरी पारी में टीम इंडिया 36 रन पर ऑल आउट हो गई थी। इस भिड़ंत के दौरान मोहम्मद शमी घायल हो गए थे और तत्कालीन कप्तान विराट कोहली भी अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए अपनी पत्नी के पास भारत लौट आए थे। उसके बाद अजिंक्य रहाणे को कप्तानी सौंपी गई और उन्होंने भारत को मेलबर्न में खेले दूसरे टेस्ट मैच में जीत दिलाई और सीरीज को बराबरी पर लाया।
इसके बाद, सिडनी में खेला गया तीसरा टेस्ट मैच चौथी पारी में हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन की 62 रनों की जुझारू साझेदारी के बाद ड्रा हो गया था। लेकिन इस साझेदारी से पहले अहम भूमिका ऋषभ पंत ने निभाई थी। ऋषभ पंत ने 118 गेंदों में 12 चौकों और तीन छक्कों की मदद से शानदार 97 रन बनाए थे। सबके दिमाग में यही बात चल रही थी की अगर पंत आखिरी तक खेलते तो भारत मैच जीत सकती थी।
रवि शास्त्री ने ऋषभ पंत को लेकर सालों बाद खोला राज
ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने अपना शतक पूरा करने के लिए नाथन लियोन को स्लाग शॉट लगाने की कोशिश की थी लेकिन पैट कमिंस ने उनका कैच पकड़ लिया। अब रवि शास्त्री ने खुलासा किया कि कैसे उन्होंने निराश पंत का हौसला बढ़ाया था, जब वह आउट होने के बाद ड्रेसिंग रूम में अकेले बैठे थे।
शास्त्री ने अश्विन के यूट्यूब शो, ‘कुट्टी स्टोरीज़ विद ऐश’ पर बात करते हुए कहा-
“अगर मैं उससे कहूं कि उसे वह स्पेशल शॉट नहीं खेलना चाहिए, तो यह उसके स्वभाव के विरुद्ध है। वह एक से बढ़िया एक ऐसे ही शॉट बार-बार खेल सकता है। मैंने उससे कहा कि मैं बोर हो रहा हूं, तू बार-बार एक ही तरीके से आउट हो रहा है। जब वह सिडनी में नाथन लियोन को शॉट मारने के चक्कर में आउट हुआ तब वह वापस आकर ड्रेसिंग रूम में अकेले बैठा था। और फिर दूसरी नई गेंद ली गई और पुज्जी (चेतेश्वर पुजारा) ने सात चौके लगाए।”
“तो, जब मैं शौचालय में गया, तो वह अभी भी अपने पैड पहने हुए ड्रेसिंग रूम में अकेला बैठा था। मैंने उसको देखआ और कहा, पुज्जी तेरे सारे रन बना रहा है। उसने आधे घंटे में 7 बाउंड्री लगा दी हैं। तू मुझे बोर कर रहा है यार, रिवर्स मारा कर। तू बार-बार एक ही तरीके से आउट हो रहा है। और खतरनाक फैशन में आउट होजा। और फिर पंत ने मुझसे कहा ‘ये हुई ना बात”।
इसके बाद पंत (Rishabh Pant) ने गाबा में चौथे टेस्ट में भारत की शानदार जीत में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने 138 गेंदों में नाबाद 89 रन बनाए, जिससे भारत ने चौथी पारी में 328 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली। चौथे टेस्ट में भारत की जीत से गाबा में ऑस्ट्रेलिया का 32 साल का अजेय क्रम समाप्त हो गया।