Kris Srikkanth (Photo Source: Twitter)
जारी रणजी ट्राॅफी का दूसरा सेमीफाइनल मैच मुंबई और तमिलनाडु के बीच खेला गया था। मुकाबले में टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने वाली तमिलनाडु को हार का सामना करना पड़ा था।
तो वहीं मैच में तमिलनाडु की हार को लेकर टीम के कोच सुलक्षण कुलकर्णी (Sulakshan Kulkarni) ने कहा था कि मैच में कप्तान आर साई किशोर की डिसीजन मेकिंग की वजह से तमिलनाडु को हार का सामना करना पड़ा था।
दूसरी ओर, टीम की हार पर कोच द्वारा कप्तान को जिम्मेदार ठहराने को लेकर क्रिकेट जगत में सुलक्षण कुलकर्णी की भी काफी आलोचना देखने को मिली थी। दिनेश कार्तिक और हेमांग बदानी जैसे खिलाड़ी तो साई किशोर को सपोर्ट करते हुए नजर आए थे। इन सभी का कहना है कि हार के लिए किसी एक खिलाड़ी को जिम्मेदार ठहराना तर्कसंगत नहीं हैं।
दूसरी ओर, अब इस मसले पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर और बीसीसीआई के पूर्व सेलेक्टर रहे कृष्णमाचारी श्रीकांत ने बड़ा बयान दिया है। श्रीकांत का कहना है कि ऐसे कोचों को भर्ती ही नहीं करना चाहिए।
श्रीकांत ने दिया बड़ा बयान
बता दें कि आर साई किशोर का बचाव करते हुए क्रिस श्रीकांत ने अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से कहा- यह बिल्कुल भी ठीक नही हैं। प्रिय तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (TNCA) कृप्या बाहर के राज्यों से ऐसे कोचों की भर्ती ना करें।
मुंबई के खिलाफ रणजी ट्राॅफी के सेमीफाइनल मुकाबले में हार के बाद तमिलनाडु के कोच ने टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से कहा था- मैंने उनसे (साई किशोर) कहा था कि अगर हम टॉस जीतेंगे तो पहले गेंदबाजी करेंगे।
टॉस से पहले कप्तान के साथ मेरी यह आखिरी बातचीत थी और यह उनके टाॅस के लिए मैदान पर जाने से लगभग पांच से सात मिनट पहले हुआ था। उन्होंने टाॅस जीतकर अचानक पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और ड्रेसिंग रूम में हर कोई हैरान रह गया। विरोधी टीम भी हैरान थी।