Suryakumar Yadav (Pic Source-Twitter)
क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में नंबर एक बल्लेबाज होने के बावजूद, सूर्यकुमार यादव वनडे क्रिकेट में अपना नाम बनाने में असफल रहे हैं। 32 वर्षीय खिलाड़ी ने अब तक वनडे में 26 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने केवल 511 रन बनाए हैं। वनडे फॉर्मेट में अच्छे रिकॉर्ड नहीं होने के बावजूद उन्हें एशिया कप के लिए टीम में शामिल किया गया है। सेलेक्टर्स को अभी भी उम्मीद है कि वो अभी भी वनडे फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
हाल ही में सूर्यकुमार ने भी इस बात को माना था कि वह 50 ओवर के प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं और वो इस फॉर्मेट में अच्छा करना चाहते हैं। वह समझते हैं कि एशिया कप सही मंच है और वह वनडे क्रिकेट में अपने खेल को बेहतर बनाने के लिए मुख्य कोच राहुल द्रविड़, कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली के साथ लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि टीम प्रबंधन उन्हें जो भी भूमिका देगा, वह उसे निभाने के लिए तैयार हैं।
वनडे फॉर्मेट मेरे लिए सबसे चुनौतीपूर्ण हैं- सूर्यकुमार यादव
स्टार स्पोर्ट्स के हवाले से सूर्यकुमार यादव ने कहा कि, “मैं टीम द्वारा दी गई भूमिका को निभाने की पूरी कोशिश करूंगा, चाहे कोई भी भूमिका हो। यह एक ऐसा प्रारूप है जिसमें मैं अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद कर रहा हूं। मैं T20I में अच्छा प्रदर्शन कर रहा हूं। लेकिन ये दोनों सफेद गेंद वाले प्रारूप हैं। लोग सोच रहे हैं कि मैं यहां कोड को क्रैक क्यों नहीं कर सकता।”
उन्होंने आगे कहा कि, “मैं अभ्यास कर रहा हूं। मेरे लिए, यह प्रारूप सबसे चुनौतीपूर्ण है..आपको इसमें सभी प्रारूपों का मिश्रण लाना होगा। पहले आप अपना समय लें, फिर आप कुछ स्ट्राइक रोटेशन करें और फिर T20I की तरह कुछ बड़े शॉट्स लगाएं। मैं मुख्य कोच राहुल द्रविड़, रोहित शर्मा और विराट कोहली से बात कर रहा हूं।
मैं अब स्थिति के अनुसार खेलने की कोशिश कर रहा हूं: सूर्यकुमार यादव
अपने अभ्यास सत्र के बारे में थोड़ा अपडेट देते हुए, सूर्यकुमार ने बताया कि वह स्थिति के अनुसार ढलने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि, “लेकिन मैं अब स्थिति के अनुसार खेलने की कोशिश कर रहा हूं और उसके अनुसार अभ्यास कर रहा हूं। उम्मीद है, यह वह टूर्नामेंट है जहां मैं कोड क्रैक कर लूंगा।
मैं बल्लेबाजी करने के लिए हमेशा उत्साहित रहता हूं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं पहली गेंद पर आउट हो गया। सूर्यकुमार ने कहा, लोग मुझसे पूछते हैं कि जब बल्लेबाजी का मौका आता है तो मैं क्रीज पर क्यों दौड़ता हूं, लेकिन मुझे लगता है कि इस उत्साह को बनाए रखना महत्वपूर्ण है।