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ईशान किशन को अब टी-20 क्रिकेट में भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा: आकाश चोपड़ा

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Ishan Kishan and Aakash Chopra (Pic Source-Twitter)

युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने अपना टेस्ट डेब्यू वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था और दूसरे टेस्ट में उन्होंने अपना पहला अर्धशतक जड़ा। इसके बाद तीन मुकाबले की वनडे सीरीज में उन्होंने लगातार तीन अर्धशतक शतक जड़े। उनकी इस बल्लेबाजी की वजह से भारत ने वनडे सीरीज में वेस्टइंडीज को 2-1 से करारी शिकस्त दी।

हालांकि अभी तक टी-20 सीरीज में उनका प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। शुरुआती दो टी-20 मुकाबले में खराब प्रदर्शन करने के बाद ईशान किशन को तीसरे टी-20 मैच की प्लेइंग XI से बाहर कर दिया गया था। वनडे क्रिकेट में इस युवा खिलाड़ी का औसत 46.27 है जबकि इस स्ट्राइक रेट 107 के ऊपर है। वहीं किशन का प्रदर्शन टी-20 में काफी साधारण है।

उन्होंने टी-20 क्रिकेट में 24.50 के औसत और 121.63 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। इंडियन प्रीमियर लीग की बात की जाए तो उन्होंने इस बेहतरीन टूर्नामेंट में 29.42 के औसत और 134.26 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। इसी को लेकर पूर्व खिलाड़ी आकाश चोपड़ा ने बड़ा बयान दिया है।

आकाश चोपड़ा ने अपने आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर कहा कि, ‘सिर्फ सूर्यकुमार यादव ही इस मुश्किल परिस्थिति में नहीं है। ईशान किशन को भी यही समस्या हो रही है। उन्होंने वनडे क्रिकेट में ओपनर के रूप में दोहरा शतक जड़ा है लेकिन टी-20 में उनका प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। टी-20 को आईपीएल से जोड़कर कंफ्यूज ना हो।’

ईशान किशन टी-20 में अपना नेचुरल खेल नहीं खेल रहे है: आकाश चोपड़ा

पूर्व खिलाड़ी ने आगे कहा कि, ‘इंडियन प्रीमियर लीग में 14 मुकाबला का बड़ा सीजन होता है। अगर आप टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी कर रहे हैं और अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं जैसे किशन मुंबई इंडियंस के लिए है तब आपकी जगह पक्की है और आप सभी मुकाबले में काफी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। ऐसा इसलिए भी क्योंकि आपको खुद पता है कि आप टीम के लिए कितने महत्वपूर्ण है। वहीं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 3 महीनों में एक टी-20 सीरीज खेली जाती है।

अगर आप उसी सीरीज में अच्छी शुरुआत नहीं करेंगे और बड़ा स्कोर नहीं बनाएंगे तो आपकी जगह कोई दूसरा खिलाड़ी ले लेगा। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि आपके ऊपर दबाव होता है और आपको यह बात पता होती है कि कोई दूसरा आप की जगह खेलने के लिए इंतजार कर रहा है। इस चक्कर में आप अपने खेल के तरीके को ही बदल देते हैं। अगर आप अभी की सीरीज की बात करें तो दो मुकाबले में उन्होंने 500% से ज्यादा डॉट गेंदें खेली। किशन इतनी डॉट गेंदे नहीं खेलते हैं।’

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