Gautam Gambhir and Aakash Chopra
किसी जमाने में आकाश चोपड़ा और गौतम गंभीर घरेलू क्रिकेट में दिल्ली टीम के लिए ओपनिंग करते थे। लेकिन क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अब दोनों ही अलग-अलग भूमिका में नजर आते हैं। जहां आकाश चोपड़ा कमेंट्री करते हुए दिखते हैं, तो वहीं गौतम गंभीर वर्तमान में भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच हैं।
आकाश चोपड़ा का अंतरराष्ट्रीय करियर काफी छोटा रहा। बहरहाल, उन्होंने एक चर्चा के दौरान गौतम गंभीर से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा साझा किया है। चोपड़ा ने भारतीय टीम के हेड कोच के व्यक्तित्व के साथ-साथ कुछ ऐसे पहलुओं के बारे में भी बताया, जिनमें उनकी कमी थी।
ईमानदारी से कहूं तो वह दोस्त नहीं था- आकाश चोपड़ा
पूर्व क्रिकेटर ने राज शमानी द्वारा होस्ट किए गए फिगरिंग आउट पॉडकास्ट पर कहा, हम (मैं और गंभीर) प्रतिस्पर्धी रहे, क्योंकि हम एक स्थान के लिए लड़ रहे थे। हमारी टीम काफी अच्छी थी। जब हम खेल रहे थे तो (विराट) कोहली या (शिखर) धवन में से एक को खेलने का मौका मिलता था। दरअसल, ओपनिंग करने के लिए वीरूं (वीरेंद्र सहवाग) के लिए भी जगह नहीं थी। वीरू ने चौथे नंबर पर बल्लेबाजी ताकि हम शिखऱ और विराट में से एक को तीसरे नंबर पर खिला सकें।
शुरुआत में हम प्रतिस्पर्धी थे। ईमानदारी से कहूं तो वह दोस्त नहीं था। लेकिन वह बहुत जुनूनी, बहुत मेहनती और अपनी स्किल के प्रति बहुत गंभीर व्यक्ति था। उन्होंने खूब रन बनाए। वह हमेशा अपने दिल की सुनते थे। बेहद भावुक थे और स्वभाव के मामले में बहुत जल्दी ही उत्तेजित हो जाते थे।
चोपड़ा ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि, वह एक नेक दिल इंसान हैं। बहुत ही संपन्न परिवार से आते हैं। उस तरह के बच्चे में उस तरह का जुनून होने के लिए…वह पूरे दिन मैदान पर रहेगा। वह सोने का चम्मच लेकर पैदा हुए थे, चांदी के भी नहीं। यह एक अलग सफर है, अभिनव बिंद्रा की तरह। गौतम का दिल बहुत साफ है।
आपको बता दें कि गौतम गंभीर ने बतौर भारतीय हेड कोच के रूप में अपनी पहली सीरीज में जीत दर्ज की, जो श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज था। हालांकि, इसके बाद वनडे सीरीज में भारतीय टीम का हार का सामना करना पड़ा था।