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इंग्लैंड के महान बल्लेबाज Geoffrey Boycott के साथ हुआ बहुत बुरा, दूसरी बार अस्पताल में हुए भर्ती

इंग्लैंड के महान बल्लेबाज Geoffrey Boycott के साथ हुआ बहुत बुरा, दूसरी बार अस्पताल में हुए भर्ती

इंग्लैंड के महान बल्लेबाज Geoffrey Boycott के साथ हुआ बहुत बुरा, दूसरी बार अस्पताल में हुए भर्ती

Sir Geoffrey Boycott. (Photo by Gareth Copley/Getty Images)

इंग्लैंड के महान बल्लेबाज ज्योफ्री बॉयकॉट (Geoffrey Boycott) को हाल ही में हुई गले की सर्जरी से उबरने में असफलता के बाद रविवार को फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया।

83 वर्षीय इस दिग्गज के परिवार वालों ने बताया कि कैंसरग्रस्त ट्यूमर को हटाने के लिए उनकी सर्जरी हुई थी जो सफल थी। लेकिन शुक्रवार को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद से “चीजें उनके लिए और भी बदतर हो गई हैं।”

घर आने के बाद क्रिकेट आइकन Geoffrey Boycott का स्वास्थ्य और भी खराब हो गया है क्योंकि अब उन्हें निमोनिया हो गया है। बता दें कि निमोनिया फेफड़ों का एक गंभीर संक्रमण है जो अधिक उम्र के लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित होता है।

Geoffrey Boycott के X अकाउंट पर किया गया ये ट्वीट 

बॉयकॉट के एक्स अकाउंट पर परिवार की ओर से एक बयान में कहा गया, “आप सभी की शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद, हम इतनी बड़ी संख्या में मैसेज पाकर आश्चर्यचकित हैं।”

“सर्जरी के बाद दुर्भाग्य से, चीजें बदतर हो गई हैं और मेरे पिता को निमोनिया हो गया है और वह खाने-पीने में असमर्थ हैं, इसलिए वह अभी ऑक्सीजन और फीडिंग ट्यूब पर हैं और हम अस्पताल में वापस आ गए हैं।”

बता दें कि, बॉयकॉट को दूसरी बार गले का कैंसर हुआ है। 82 वर्षीय Geoffrey इससे पहले 2002 में इस बीमारी से जूझ चुके थे और कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी के उपचार से गुजर रहे थे।

Geoffrey Boycott का करियर 

बॉयकॉट की क्रिकेट उपलब्धियाँ उल्लेखनीय हैं, क्योंकि वह उन चुनिंदा लोगों में से हैं जिन्होंने 100 प्रथम श्रेणी शतक बनाए हैं। अपने इंग्लैंड करियर के दौरान, उन्होंने 108 टेस्ट मैचों में लगभग 48 का प्रभावशाली औसत बनाए रखते हुए 8,000 से अधिक रन बनाए।

1978 में, माइक ब्रियरली के घायल होने पर उन्होंने चार टेस्ट मैचों के लिए इंग्लैंड के कप्तान के रूप में भी कदम रखा था। अपने 24 साल के प्रथम श्रेणी करियर के बाद  बॉयकॉट ने एक अखबार के स्तंभकार और एक सम्मानित प्रसारक के रूप में अपने करियर में सफलतापूर्वक बदलाव किया।

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