Jay Shah, Wriddhiman Saha, Ishan Kishan and Shreyas Iyer. (Image Source: X)
BCCI vs Shreyas Iyer and Ishan Kishan: भारत के अनुभवी विकेटकीपर रिद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) ने कहा कि अगर कोई क्रिकेटर घरेलू क्रिकेट नहीं खेलना चाहता है, तो उनके साथ कुछ भी ‘जबरदस्ती’ नहीं किया जा सकता है।
रिद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) ने आगे कहा कि घरेलू क्रिकेट खेल का आधार है और प्रत्येक खिलाड़ी को अपने विकास और सफलता के लिए इसे महत्व देना चाहिए। साहा ने यह बयान ईशान किशन (Ishan Kishan) और श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) को 2023-24 सीजन के लिए BCCI द्वारा सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट नहीं दिए जाने के बाद दिया है।
यह BCCI का फैसला है: Ishan Kishan और Shreyas Iyer पर बोले साहा
आपको बता दें, ईशान किशन (Ishan Kishan) और श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने रणजी ट्रॉफी 2024 में खेलने से इनकार कर दिया था, जिसके कारण उन्हें अपने अनुबंध गंवाने पड़े, जिस पर साहा ने कहा कि एक क्रिकेटर को हर मैच को समान महत्व देना चाहिए, और वो खुद यही करते हैं।
रिद्धिमान साहा ने पीटीआई के हवाले से कहा: “यह BCCI का फैसला है, और इस मुद्दे से संबंधित खिलाड़ियों का अपना खुद का निर्णय है। आप जबरदस्ती कुछ नहीं कर सकते। जब भी मैं फिट होता हूं, तो खेलता हूं, यहां तक कि मैंने क्लब मैच भी खेले हैं, ऑफिस मैच भी खेले हैं। मैं हमेशा एक मैच को एक मैच की तरह मानता हूं। सभी मैच मेरे लिए समान हैं। अगर हर खिलाड़ी इस तरह से सोचेगा, तो वे अपने करियर में केवल सफल होंगे।”
साहा ने दिया सरफराज खान का उदाहरण
रिद्धिमान साहा ने आगे कहा, “यह भारतीय क्रिकेट के लिए भी बेहतर होगा। मुझे लगता है कि घरेलू क्रिकेट का महत्व हमेशा रहेगा, क्योंकि अगर मैं सरफराज खान के बारे में बात करूं, तो उन्होंने पिछले 4-5 वर्षों में खूब रन बनाए हैं। उन्होंने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है, और आज देश के लिए खेल रहे हैं।”