आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप में श्रीलंका क्रिकेट टीम के लचर प्रदर्शन के बाद, श्रीलंका के खेलमंत्री रौशन रानासिंघे ने पूरे श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को ही बर्खास्त कर दिया था। हालांकि, श्रीलंकाई सरकार के इस हस्तक्षेप के बाद प्रतिक्रिया के रूप में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने इसे सरकारी हस्तक्षेप मानते हुए श्रीलंका क्रिकेट टीम पर किसी भी प्रकार के इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया था।
हालांकि, अब आईसीसी ने श्रीलंका पर लगाए अपने इस प्रतिबंध को हटा लिया है। इसके बाद श्रीलंका का अब इंटरनेशनल क्रिकेट में खेलने का रास्ता साफ हो गया है। आईसीसी के इस फैसले के बाद वह आईसीसी इवेंट्स और द्विपक्षीय सीरीज में भी भाग ले पाएंगे।
आईसीसी ने उठाए ये बड़े कदम
बता दें कि हाल में ही आईसीसी की हुई बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने कुछ बड़े फैसले लिए हैं, जिसमें SLC से प्रतिबंध हटाने के अलावा क्रिकेट में समानता लाने के लिए पुरुष और महिला अंपायर्स का समान वेतन। इसके अलावा जनवरी 2024 से हरेक महिला चैंपियनशिप में किसी महिला अंपायर्स की भूमिका अनिवार्य है।
इसके अलावा वनडे और टी-20 क्रिकेट में आईसीसी ने स्टाॅप क्लाॅक का इस्तेमाल करने का फैसला किया है। इस क्लाॅक के इस्तेमाल के बाद ओवरों के बीच में लिए गए समय को मापा जाएगा और गेंदबाजी टीम ओवर खत्म होने के 60 सेकेंड के भीतर अगला ओवर शुरू नहीं करती है तो उसपर ऐसा तीसरी बार करने पर 5 रनों की पेनल्टी लगाई जाएगी।
पिच और आउटफील्ड निगरानी नियमों में बदलाव को भी मंजूरी दे दी गई। बता दें कि नए नियमों के अनुसार किसी भी पिच का अतर्राष्ट्रीय दर्जा हटाया जा सकता है अगर पांच साल की अवधि में किसी पिच को 6 अंक डीमेरिट पाॅइंट मिलते हैं तो। यह डीमेरिट पाॅइंट पहले 5 थे।