Jay Shah (Image Credit- Twitter X)
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद इस महीने के अंत में कोलंबो में अपनी वार्षिक बैठक बुलाएगी जिसमें अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर चीजों को हटा दिया गया है। नवंबर में नए अध्यक्ष के चुनाव के साथ भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के इस समय के सचिव जय शाह इस ग्लोबल संगठन के सबसे कम उम्र के नेता बनने की प्रबल अटकलें लगाई जा रही हैं उनके पास दुबई में स्थानांतरित होने पर विचार विमर्श करने के लिए कम से कम 3 महीने का समय होगा।
क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक यह एनुअल कॉन्फ्रेंस 19 जुलाई से 22 जुलाई तक शेड्यूल की जा सकती है। जय शाह खुद इस पद की जिम्मेदारी लेने के लिए बेताब होंगे। ग्रेग बार्कले पिछले 4 सालों से अध्यक्ष पद को संभाल रहे हैं। ग्रेग बार्कले आगे भी चाहे तो इस पद को संभालने पर रुचि रख सकते हैं। हालांकि अगर जय शाह चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो उन्हें निर्विरोध चुनाव जीतने की उम्मीद है।
फरवरी में एक रिपोर्ट में आईसीसी के अध्यक्ष के कार्यकाल को संशोधित किया था। अगर जय शाह चुने जाते हैं तो वह 3 साल के लिए आईसीसी अध्यक्ष के रूप में पद संभालेंगे। यही नहीं इसके बाद बीसीसीआई संविधान के मुताबिक जैसा 2028 में बीसीसीआई के अध्यक्षता संभालने के योग्य हो जाएंगे।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया में जय शाह की आईसीसी में भागीदारी और आईसीसी मुख्यालय को दुबई से मुंबई स्थानांतरित करने की अटकलें का दौर जारी है। कथित तौर पर बीसीसीआई के सचिव आईसीसी के भीतर सुधारो को लागू करने के इच्छुक हैं खासतौर पर हाल ही में हुए आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2024 के खत्म होने के बाद। वार्षिक सम्मेलन में चुनाव के लिए समय सीमा को अंतिम रूप दिए जाने की भी उम्मीद है।
वार्षिक सम्मेलन में लिए जा सकते हैं कई बड़े फैसले
इस बीच वार्षिक सम्मेलन के दौरान एसोसिएट सदस्य निर्देशकों के लिए चुनाव 19 जुलाई के लिए निर्धारित है। आईसीसी निदेशक मंडल में तीन पदों के लिए 11 उम्मीदवार प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं जिनमें से प्रत्येक 2 साल की अवधि की सेवा कर रहा है। इस समय के निर्देशकों में ओमान के पंकज खीमजी, सिंगापुर के इमरान ख्वाजा और बरमूडा के नील
स्पेईट शामिल है।
आईसीसी ने अपने जारी बयान में बताया कि, ‘चुनाव एक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग प्रणाली का उपयोग करके आयोजित किया जाएगा जो गुमनाम मतदान की अनुमति देता है। इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली के काम नहीं करने की स्थिति में मतदान ग्रुप मतदान द्वारा मैन्युअल वोट के रूप में आयोजित किया जाएगा। सभी मतदाताओं को उन तीन उम्मीदवारों के लिए मतदान करने के लिए कहा जाएगा जिन्हें वह खासतौर पर वोट देना चाहते हैं।
यदि किसी के बीच में टाई रहा तो इसमें शामिल उम्मीदवारों को वापस में सहमत होने के लिए कहा जाएगा कि उनमें से किसे नियुक्त किया जाना चाहिए और ऐसी परिस्थितियों में जहां उम्मीदवार सहमत नहीं हो पा रहे हैं उसके लिए सिक्के का टॉस कर फैसला लिया जाएगा।’