Ahmed Shahzad and Gary Kirstein (Pic SOurce-X)
आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2024 में पाकिस्तान टीम का प्रदर्शन काफी खराब रहा था और वो इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट के सुपर 8 में अपनी जगह नहीं बना पाए थे। हाल ही में पाकिस्तान टीम के मुख्य कोच गैरी कर्स्टन ने टीम को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
गैरी कर्स्टन ने हाल ही में यह बताया था कि पाकिस्तान टीम में एकता बिल्कुल भी नहीं है और उन्होंने अपने लंबे क्रिकेटिंग कोचिंग करियर में ऐसा कभी नहीं देखा है। उन्होंने यह भी कहा था कि खिलाड़ी एक दूसरे को बिल्कुल भी सपोर्ट नहीं करते हैं और सभी लोग एक दूसरे के खिलाफ ही रहना पसंद करते हैं। अब इसी चीज को लेकर अहमद शहजाद ने अपना पक्ष रखा है। अहमद शहजाद ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि अगर पाकिस्तान टीम के मुख्य कोच की बात सही है तो इसमें हैरान करने वाली कोई भी बात नहीं है।
अहमद शहजाद ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा कि, ‘अगर गैरी कर्स्टन की बात सही है तो इसमें हैरान होने वाली कोई भी बात नहीं है। हम यह बात पूरे वर्ल्ड कप में कहते हुए आ रहे हैं। इस ग्रुप में एकता की कमी हमेशा रही है और खिलाड़ियों को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए ताकि भविष्य के खिलाड़ियों को अच्छा उदाहरण मिल सके। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष को सख्त कदम उठाने चाहिए।’
यह रहा अहमद शहजाद का ट्वीट:
If Gary Kirsten’s team talk is true, it’s not shocking at all. We have been saying this throughout the World Cup. It’s time for accountability, this team is plagued with grouping and crackdown is the only option. The players involved must be punished and an example should be set…
— Ahmad Shahzad 🇵🇰 (@iamAhmadshahzad) June 17, 2024
बता दें, अहमद शहजाद भी पाकिस्तान टीम की ओर से खेल चुके हैं। हालांकि उनके मुताबिक जब वो अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे थे तब किसी ने भी उन्हें सपोर्ट नहीं किया था। अहमद शहजाद को हमेशा ही पाकिस्तान टीम के कप्तान बाबर आजम की आलोचना करते हुए देखा जाता है।
आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान टीम का प्रदर्शन काफी खराब रहा था और उन्हें अमेरिका और भारत के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी। टीम के खिलाड़ी इस महत्वपूर्ण टूर्नामेंट में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाने में नाकाम रहे थे। यही नहीं बाबर आजम भी अपनी छाप नहीं छोड़ पाए थे और इसीलिए उनकी भी सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हुई थी।