infoHaris Rauf. (Photo Source: Philip Brown/Popperfoto/Popperfoto via Getty Images)
हारिस रऊफ पाकिस्तान के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक है। हारिस रऊफ ने लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट तो काफी खेला है लेकिन 3 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में उन्होंने सिर्फ एक ही टेस्ट मैच खेला है।
बता दें, पाकिस्तान को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैच की टेस्ट सीरीज खेलनी है जिसकी शुरुआत 14 दिसंबर से हो रही है। पहला टेस्ट मैच 14 दिसंबर से पर्थ में खेला जाएगा। हारिस रऊफ को टीम मैनेजमेंट और चयनकर्ता इस सीरीज के लिए पाकिस्तान टीम में शामिल करना चाहते थे लेकिन शानदार तेज गेंदबाज ने अपने आप को इस सीरीज के लिए अनुपलब्ध कर दिया। इस चीज को देखकर कई लोग नाखुश हैं क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में तेज गेंदबाजों को काफी मदद मिलती है और हारिस रऊफ यहां काफी अच्छी गेंदबाजी कर सकते थे।
यह चीज पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम को भी बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगी है। वसीम अकरम ने कहा है कि टेस्ट क्रिकेट खेलना बहुत ही मुश्किल है और यह टी-20 फॉर्मेट जितना आसान नहीं है जहां गेंदबाजों को सिर्फ चार ही ओवर करने पड़ते हैं। टेस्ट क्रिकेट में आपको काफी ओवर्स फेकने होते हैं।
वसीम अकरम ने Kayo Sports Summer Of Cricket Launch Event पर कहा कि, ‘यह उनका फैसला है। वो अनुबंधित खिलाड़ी है इसलिए हमेशा काफी विवाद में रहते हैं। आज के समय में लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट के कई शानदार क्रिकेटर्स है। अगर उन्हें ऐसा लगता है तो यह उनकी सोच है, मैं इसमें कुछ भी नहीं कहना चाहूंगा।’
टेस्ट क्रिकेट खेलना बेहद ही जरूरी है: वसीम अकरम
वसीम अकरम ने आगे कहा कि, ‘दिन के खत्म होने के बाद टेस्ट क्रिकेट बड़े खिलाड़ियों का गेम है। आपको 8 ओवर्स के लंबे स्पेल फेंकने होते है। टी-20 में आप 4 ओवर्स फेंकते है और फाइन लेग पर जाकर खड़े हो जाते है। टेस्ट क्रिकेट लंबी दौड़ है और अगर आप चाहते हैं कि सब लोग आपको महान खिलाड़ी के रूप में याद रखें तो टेस्ट खेलना बहुत ही जरूरी है।’
शान मसूद को लेकर वसीम अकरम ने कहा कि, ‘यह बहुत ही मुश्किल होगा क्योंकि पाकिस्तान ने आखिरी बार 1995 में यहां मैच जीता था। कप्तान नया है और मैनेजमेंट भी नई है। इसमें थोड़ा समय जरूर लगेगा। यह सही दौरा नहीं है नए कप्तान और हमारी टीम के आने का। यह बहुत ही मुश्किल होगा और बहुत बड़ा टेस्ट होगा।’